नशीली हो उठे फिर भोर नशीली हो उठे फिर भोर
शोषण रोक-रक्षण की करें सार्थक तैयारी। शोषण रोक-रक्षण की करें सार्थक तैयारी।
अब उन खाली पन्नों में नए-नए रंग भरना है, किया नहीं जो बचपन में वो सब कुछ अब करना है।। अब उन खाली पन्नों में नए-नए रंग भरना है, किया नहीं जो बचपन में वो सब कुछ अब...
हर्षित मन खिला हैं गुलशन आया बसंत..... हर्षित मन खिला हैं गुलशन आया बसंत.....
मत खेल प्रकृति से तू इतना... मत खेल प्रकृति से तू इतना...